Sunita Williams Biography in Hindi: कैसे फँस गयी अंतरिक्ष में सुनीता विलियम्स

Sunita Williams Biography in Hindi: सुनीता विलियम्स भारतीय मूल की एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं जो अक्सर अंतरिक्ष में जाकर कई प्रकार की खोज करती हैं एवं स्थिति को परखती है। सुनीता अभी तक अंतरिक्ष की कुल तीन बार यात्रा करके अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर अपनी छाप छोड़ चुकी हैं।

हाल ही में सुनीता विलियम्स अपने अंतरिक्ष यात्री के साथ नासा के मिशन को साकार करने अंतरिक्ष यात्रा पर गई थी। दोनो ही अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी 14 जून को तय थी परंतु बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान, जिसमे की वह अपने साथी अंतरिक्ष यात्री के साथ सफर कर रही थी, उसमें कुछ खराबी आ गई है जिस वजह से उनकी वापसी में बार-बार देरी हो रही है।

अभी हाल ही में यह खबर आई है कि सुनीता विलियम्स को कई महीनो तक अंतरिक्ष में रहना पड़ सकता है और नासा भी उनकी मदद करने के बजाय अन्य किसी प्रोजेक्ट पर काम करना चालू कर चुका है। ऐसे में हर व्यक्ति के मन में बस एक ही बात का जिक्र है की इन दोनों ही अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी सही सलामत और अतिशीघ्र संभव हो सके।

बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष वाहन का इतिहास और उसकी चुनौतियाँ:

बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष वाहन की यह पहली मानवकृत उड़ान थी। यह अंतरिक्ष वाहन सन् 2017 में बनकर तैयार हो गया था। फिर आखिर ऐसा क्या हुआ कि इसको एक कामयाब अंतरिक्ष उड़ान भरने में पूरे 5 साल का समय लग गया?

दरसल 2017 में पूरी तरह से तैयार होने के बाद अगले 2 साल तक इस अंतरिक्ष वाहन के कई सारे टेस्ट व इसकी जाँच होती रही। इसको कई बार परीक्षण के सिलसिले में उड़ाया गया और अंतरिक्ष में भेजा गया परंतु इस दौरान इसमें कोई मानव शामिल नहीं था। 20 दिसंबर 2019 को इस स्पेसक्राफ्ट की पहली अंतरिक्ष उड़ान हुई जो कि मानवरहित थी।

यह इसकी पहली ऑर्बिटल उड़ान थी परंतु किन्हीं दो सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी के कारण यह अंतरिक्ष वाहन अपना रास्ता भटक गया और किसी दूसरे ऑर्बिट में जा पहुंचा।

दूसरी उड़ान 6 अप्रैल 2020 को तय की थी जिसमे की इस अंतरिक्ष वाहन को अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन पर जाकर डॉचिंग करके वापस आना था। इस बार सब कुछ ठीक लग रहा था परंतु किसी कारणवश लॉन्चिंग को थोड़ा डालना पड़ा और 2021 में इसको लॉन्च करने का फैसला लिया गया।

परंतु एक बार फिर इसके अंदरूनी सॉफ्टवेयर में 13 प्रोप्लशन वॉल्व की कुछ समस्या पायी गयी और इसको फिर से पूरा बनाने का निर्णय लिया गया।

19 मई 2022 को एक बार फिर इस स्पेसक्राफ्ट ने अपनी उड़ान भरी। इस बार इसके अंदर इंसानों के जैसे दिखने वाली डमी को बिठाया गया परंतु ऑर्बिटल मैन्यूवरिंग और एटीट्यूड कंट्रोल सिस्टम थ्रस्टर्स फेल हो जाने के कारण यह एक बार फिर स्पेस स्टेशन तक ना पहुँच सका। किसी तरह इस स्पेसक्राफ्ट को स्पेस स्टेशन तक जोड़ा गया जहां से यह 25 मई 2022 को धरती पर वापस लैंड हुआ।

आखिरकार यह तय हुआ कि जुलाई 2023 में इस वाहन की तीसरी उड़ान तय होगी परंतु यह तारीख को भी एक बार फिर से टाल कर 6 मई 2024 को तय किया गया। परंतु ऑक्सीजन वॉल्व में कुछ दिक्कत आ जाने के कारण एक बार फिर इसकी लाॅचिंग को टाला गया।

आखिरकार 5 जून 2024 को यह स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष के लिए रवाना हुआ और इसमें सुनीता विलियम के अलावा बेरी बुच विलमोर भी थे। इन दोनों की वापसी 13 जून 2024 को होनी थी परंतु यह दोनों ही अब तक अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं।

सुनीता विलियम्स के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातें (Sunita Williams Biography in Hindi):

अंतरिक्ष में कई दिनों से पूरी बहादुरी के साथ लड़ रही महिला अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के जीवन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य आप सभी जानने के इच्छुक होंगे। तो चलिए आज हम आपको उनकी जीवन शैली व उनके अतीत से जुड़ी कुछ बातों से रूबरू कराते हैं।

सुनीता लिन विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को हुआ था। वह एक अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री व अमेरिकी नेवी ऑफिसर हैं। उनका जन्म यूक्लिड, ओहियो में हुआ था और इन्होंने सन् 1983 में यू.एस. नेवल अकादमी में प्रवेश लिया। सन् 1989 में उन्होंने एक विमान चालक के रूप में अपने सफर की शुरूआत की।

Sunita Williams Family & Personal Life:

सुनीता विलियम्स भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं जिनके पिता, दीपक पांडेया का परिवार भारत से था और माँ, बोनी पांडेया का परिवार सोल्वेनिया से था। सन् 1958 में उनका परिवार भारत से अमेरिका चले गया और उन्होंने अपना बचपन Needham, Massachusetts में बिताया।

सुनीता विलियम्स के वैवाहिक जीवन की बात करें तो उनकी शादी सन् 2004 में Texas, America के रहने वाले फेडरल मार्शल, माइकल जे विलियम्स के साथ हुई थी। यह दोनों ही अपने करियर की शुरुआती दिनों में एक विमान चालक थे और आज इन दोनों की शादी को पूरे 20 साल हो चुके हैं।

सुनीता विलियम्स हिंदू धर्म को मानती हैं व अपनाती भी हैं। वह हिंदू रीति-रिवाज़ो की काफी इज्जत करती हैं इसका साफ-साफ अंदाजा उनके रहन-सहन व उनकी तस्वीरों को देखकर लग जाता है। सुनीता कई बात अंतरिक्ष में जाकर स्पेस स्टेशन के अंदर हिंदू ग्रंथो को साथ ले जाती नजर आई हैं।

अन्य उपयोगी जानकारियां

Sunita Williams Education:

सुनीता ने अपनी स्कूली शिक्षा निधाम हाईस्कूल से पूरी की जिसके बाद सन् 1983 में उन्होंने यू.एस. नेवल अकादमी (in annapolis, maryland) में दाखिला लिया और वहाँ से अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करी। सन् 1987 में उनके पास फिजिकल साइंस में एक अंडरग्रैजुएट डिग्री थी। सन् 1995 में सुनीता ने अपनी आगे की पढ़ाई पूरी की और फ्लोरिडा स्कूल ऑफ टेक्नोलॉजी Florida School Of Technology से इंजिनयरिंग मैनेजमेंट में मास्टरस की डिग्री प्राप्त की।

Sunita Williams Career:

सुनीता विलियम्स के करियर की शुरुआत सन् 1987 में अमेरिकी नौसेना में दाखिला मिलने पर हुई थी। सन् 1989 में उन्होंने लड़ाकू हेलिकॉप्टर का परिशिक्षण आरंभ किया। सन् 1992 में सुनीता ने तूफान एंड्रयू के राहत मिशन में भी सहायता की और लोगो का उद्धार किया। सन् 1993 में सुनीता विलियम्स को एक पायलट के रूप में नवाजा गया और इन्हें एक परीक्षण पायलट प्रशिक्षक का ओहदा दिया गया। सुनीता विलियम्स ने अपने हवाई करियर में अब तक करीब 30 से भी अधिक विमान उड़ाए हैं और 2500 घंटा से भी अधिक समय आसमान में विमान चलाते हुए बताया है।

9 दिसंबर 2006 को सुनीता विलियम्स STS-116 मिशन के लिए अंतरिक्ष में गयी थी जहाँ उन्होंने अभियान 14 और अभियान 15 के लिए इंजीनियर का काम करा। इस दौरान अपने अंतरिक्ष वाहन के बाहर करीब 29 घंटे से भी अधिक समय बिताने के साथ-साथ सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में मौजूद स्पेस स्टेशन की करीब चार बार चहल कदमी भी की। सुनीता विलियम्स ने इस प्रोजेक्ट के दौरान पूरे 195 दिनों तक अंतरिक्ष में रह कर रिकॉर्ड भी हासिल किया था परंतु सन् 2015 में इतालवी अंतरिक्ष यात्री, सामंथा क्रिस्टोफोरेटी ने अंतरिक्ष में 199 दिनों तक रह कर सुनीता के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था।

15 जुलाई 2012 को सुनीता विलियम्स सोयूज़ टीएमए- 5M, स्पेस यान की विमान चालिका के रूप में अंतरिक्ष के लिए रवाना हुईं। इस प्रोजेक्ट के दौरान अभियान 32 में सुनीता ने फ्लाइट इंजीनियर की भूमिका निभाई और 16 सितंबर को अभियान 33 में वह कमांडर बन गई। इस मिशन के दौरान सुनीता ने करीब तीन बार और अंतरिक्ष में मौजूद स्पेस स्टेशन की चहल कदमी की जो कुल 21 घंटे के बराबर है।

सन् 2015 में नासा द्वारा चार अंतरिक्ष यात्री स्पेस में भेजे गए। यह अंतरिक्ष सफ़र नासा के Commercial Crew program की टेस्ट फ्लाइट के लिए तय करना था। इन चार अंतरिक्ष यात्रियों में से सुनीता भी एक थी। इन विमानो मे SpaceX Crew Dragon और Boeing’s CST-100 Starliner शामिल थे।

Conclusion:

सुनीता विलियम्स की जीवन शैली पर विस्तृत रूप से चर्चा और रिसर्च करने के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं की वह न केवल एक साहसी महिला हैं बल्कि उन्होंने अंतरिक्ष से संबंधित कई सारी जानकारी प्राप्त करने में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान भी दिया है। फिलहाल सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में फसी हुई हैं परंतु यह आधिकारिक जानकारी प्राप्त हुई है कि सुनीता अंतरिक्ष में पूरी तरह से सुरक्षित हैं और कई महीनों तक अंतरिक्ष में बिना किसी परेशानी के वह रह सकती हैं।

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