Laxmi Kuber Mantra लक्ष्मी कुबेर मंत्र और इसके फायदे

आपने माता लक्ष्मी के बारे में तो बहुत कुछ पढ़ा होगा आज जानिए कुबेर देव कौन थे। साथ ही ये भी जानिए की Laxmi Kuber Mantra के जाप से आपको क्या फायदे होंगे।

कुबेर देव कौन थे ?

मान्यताओं के अनुसार कुबेर देव पुर्वजन्म में एक चोर थे जिनका नाम गुनिधि था। एक दिन कुबेर देव चोरी करने के इरादे से शिव जी के मंदिर में घुस गए। मंदिर में घनघोर अँधेरा था इसलिए कुबेर देव को कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। कुबेर देव रोशनी करने के लिए कुछ जलाना चाहते थे इसलिए वो लकड़ियों की तलाश में बाहर निकले। बाहर मुसलाधार बारिश हो रही थी जिसके कारण लकड़ियाँ गीली हो चुकी थी इसलिए कुबेर देव नें आखिरकार मंदिर में उजाला करने के लिए अपने वस्त्र जला दिए।

लेकिन तेज हवा के झोकों की वजह से बार बार आग बुझ जाती थी इससे कुबेर देव बड़े परेशान थे। दूसरी तरफ बार बार आग जलने और बुझने की वजह से शिवजी को लगा की मेरा कोई भक्त आधी रात में मेरे शिवलिंग पर दिया जला रहा है लेकिन दीया जल नहीं पा रहा है। स्वाभाव से भोले और भक्तों पर शीघ्र प्रसन्न हो जाने वाले भोले नाथ ने बिना कुछ सोचे समझे कुबेर देव जी अपना भक्त समझ के ये वरदान दे दिया की तुम अगले जन्म में सम्पूर्ण जगत की दौलत के अध्यक्ष माने जाओगे।

इस प्रकार भगवान शिव के वरदान के कारण अगले जनम में गुनिधि का नाम कुबेर देव पड़ा और वो देवताओं और संपूर्ण जगत की धन सम्पति के देवता बन गए।

कुबेर देव धन, धनवानता, समृद्धि, और व्यापार के देवता के रूप में जाने जाते हैं। कुबेर देव वैश्रवण और इला के पुत्र हैं और उनके भाई का नाम ऋतुपर्णा है। उनकी पत्नी का नाम कौबेरी है और वह समृद्धि और धन की देवी हैं। वे हिमालय के गुफाओं में रहते हैं और अमर होते हैं। उन्हें सोने और चांदी के ताजों और धन के संपत्तियों का स्वामी कहा जाता है।

कुबेर देव की उपासना करने से धन, समृद्धि, व्यापार और संपत्ति की प्राप्ति होती है। कुबेर देव को प्रसन्न करने के लिए कई सारे मंत्र हैं जिनमे से कुछ विशेष मंत्र नीचे दिए गए हैं।

कुबेर मंत्र

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥

यह मंत्र धन और समृद्धि के देवता लक्ष्मी और कुबेर को समर्पित है। इस मंत्र को नियमित रूप से उच्चारण करने से वित्तीय समृद्धि मिलती है।

कुबेर अष्टलक्ष्मी मंत्र

ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥

यह मंत्र कुबेर और अष्टलक्ष्मी की कृपा को प्राप्त करने के लिए उपयोगी होता है। इस मंत्र के नियमित उच्चारण से धन की प्राप्ति होती है और जीवन में समृद्धि आती है।

कुबेर मंत्र का जाप व्यापार, धन, संपत्ति और समृद्धि को प्राप्त करने के लिए किया जाता है। कुछ अन्य प्रसिद्ध कुबेर मंत्र इस प्रकार हैं।

  1. ओम श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः। ।
  2. ओम यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्य समृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा।
  3. ओम श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय स्वाहा।
  4. ओम नमो भगवते कुबेराय दिव्यधनधान्य समृद्धि में देहि महाराज स्वाहा।
  5. ओम श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौं वित्तेश्वराय नमः।

इन मंत्रों का नियमित रूप से जाप करने से कुबेर देव आपकी मनोकामनाएं अवश्य पूरी करेंगे। साधकों को इनमे से किसी भी मंत्र का जाप प्रतिदिन कम से कम एक माला अर्थात १०८ बार ज़रूर करना चाहिए। कुबेर देव की आराधना करते वक़्त मन शांत और एकाग्र रखना चाहिए और धन सम्पति और सफलता के लिए कुबेर देव से प्रार्थना करनी चाहिए।

कुबेर मंत्र कहाँ सुन सकते हैं ?

कुबेर मंत्र सुनने के लिए आप BHAKTI OCEAN YOUTUBE CHANNEL पर जा सकते हैं जो भक्ति संगीत, वैदिक मंत्र और हिंदी भजन के लिए एक बेहतरीन YOUTUBE CHANNEL है। यहाँ आप हर प्रकार के वैदिक मंत्र, भजन और आरती सुन सकते हैं तथा वैदिक मंत्रो का सही उच्चारण सीख सकते हैं।

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